बड़े मंगल पर भंडारा का आयोजन

ज्येष्ठ मास के बड़े मंगल का विशेष महत्व है। यह दिन भगवान हनुमान की भक्ति और सेवा का प्रतीक माना जाता है। इस पावन अवसर पर, हनुमंत आश्रम मंदिर, कोड़री गोपालपुर, फतेहपुर, बाराबंकी में भंडारे का भव्य आयोजन किया गया। इस आयोजन का उद्देश्य भगवान हनुमान के प्रति श्रद्धा प्रकट करना और समाज में सेवा व सहयोग की भावना को प्रोत्साहित करना था।

भंडारे का धार्मिक महत्व

ज्येष्ठ मास के बड़े मंगल का दिन भगवान हनुमान की पूजा-अर्चना के लिए समर्पित होता है। यह दिन भक्तों को उनके जीवन में सकारात्मक ऊर्जा और मनोकामना पूर्ण होने का विश्वास दिलाता है। भंडारे का आयोजन इस विशेष दिन को और भी पावन बनाता है। इसमें सभी वर्गों के लोग एक साथ मिलकर भगवान हनुमान के चरणों में अपनी श्रद्धा अर्पित करते हैं।

आयोजन का विवरण

हनुमंत आश्रम में आयोजित इस भंडारे में स्थानीय ग्रामीणों और श्रद्धालुओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। सुबह हवन और पूजा-अर्चना के बाद प्रसाद वितरण का कार्यक्रम शुरू किया गया। भंडारे में सैकड़ों लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया और भगवान हनुमान के प्रति अपनी श्रद्धा व्यक्त की।

इस आयोजन कोड़री गोपालपुर के स्थानीय निवासियों ने विशेष योगदान दिया। भंडारे के लिए भोजन सामग्री की व्यवस्था, वितरण और आयोजन की जिम्मेदारी स्थानीय युवाओं और महिलाओं ने पूरी श्रद्धा से निभाई।

सामाजिक एकता का संदेश

भंडारे जैसे आयोजनों का मुख्य उद्देश्य केवल धार्मिक कार्य नहीं है, बल्कि यह समाज में भाईचारे और सहयोग की भावना को भी प्रोत्साहित करता है। इस आयोजन में हर उम्र और वर्ग के लोगों ने भाग लिया, जिससे एकता और समानता का संदेश पूरे समाज में प्रसारित हुआ।

विशेष आभार

हनुमंत आश्रम फाउंडेशन ने इस आयोजन को सफल बनाने में हर संभव प्रयास किया। इसके साथ ही कोड़री गोपालपुर के ग्रामीणों और सभी श्रद्धालुओं का आभार व्यक्त किया गया, जिनके सहयोग और समर्पण से यह आयोजन सफल हो पाया।

निष्कर्ष

ज्येष्ठ मास के बड़े मंगल पर आयोजित भंडारा न केवल भगवान हनुमान की भक्ति का प्रतीक था, बल्कि यह समाज में सेवा, सहयोग और समर्पण की भावना को भी बढ़ावा देने वाला आयोजन बना। ऐसे आयोजन हमें सिखाते हैं कि भगवान की भक्ति के साथ-साथ समाज की सेवा भी हमारा कर्तव्य है।

हनुमंत आश्रम फाउंडेशन भविष्य में भी ऐसे आयोजनों के माध्यम से समाज में धार्मिक और सामाजिक एकता को प्रोत्साहित करता रहेगा।